उत्तराखण्ड - शिक्षा
उत्तराखण्ड के शैक्षणिक संस्थान भारत और विश्वभर में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। ये एशिया के सबसे कुछ सबसे पुराने अभियान्त्रिकी संस्थानों का गृहस्थान रहा है, जैसे रुड़की का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (पूर्व रुड़की विश्वविद्यालय) और पन्तनगर का गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवँ प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय। इनके अलावा विशेष महत्व के अन्य संस्थानों में, देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी, इक्फ़ाई विश्वविद्यालय, भारतीय वानिकी संस्थान, पौड़ी स्थित गोविन्द बल्लभ पन्त अभियान्त्रिकी महाविद्यालय और द्वाराहाट स्थित कुमाऊँ अभियान्त्रिकी महाविद्यालय भी हैं।
इन सार्वजनिक संस्थानों के अलावा उत्तराखण्ड में बहुत से निजी संस्थान भी हैं, जैसे ग्राफ़िक एरा संस्थान, देहरादून प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय एयर हॉस्टेस अकादमी इत्यादि।
उत्तराखण्ड बहुत से जाने-माने दिनी और बोर्डिंग विद्यालयों का घर भी है जैसे दून विद्यालय (देहरादून) सेण्ट जोसफ़ कॉलेज, (नैनीताल), वेल्हम गर्ल्स स्कूल (देहरादून), वेलहम ब्यॉज स्कूल (देहरादून), सेण्ट थॉमस कॉलेज (देहरादून), सेण्ट जोसफ़ अकादमी (देहरादून), वुडस्टॉक स्कूल (मसूरी), बिरला विद्या निकेतन (नैनीताल), भोवाली के निकट सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, राष्ट्रीय भारतीय सैन्य महाविद्यालय (देहरादून), द एशियन स्कूल (देहरादून), द हेरिटैज स्कूल (देहरादून), जी डी बिरला मैमोरियल स्कूल (रानीखेत), सेलाकुइ वर्ल्ड स्कूल (देहरादून), वेदारंभ मॉण्टेसरी स्कूल (देहरादून) और शेरवुड कॉलेज (नैनीताल)। बहुत से विदुषकों ने इन विद्यालयों से शिक्षा ग्रहण की जिनमें बहुत से भूतपूर्व प्रधानमन्त्री और अभिनेता इत्यादि भी हैं।
हाल ही के वर्षों में बहुत से निजी संस्थान भी यहाँ खुले हैं जिनके कारण उत्तराखण्ड तकनीकी, प्रबन्धन और अध्यापन-शिक्षा के एक प्रमुख केन्द्र के रूप में उभरा है। कुछ उल्लेखनीय संस्थान हैं देहरादून प्रौद्योगिकी संस्थान (देहरादून), अम्रपाली अभियांत्रिकी एवँ प्रौद्योगिकी संस्थान (हल्द्वानी), सरस्वती प्रबन्धन एवँ प्रौद्योगिकी संस्थान (रुद्रपुर) और पाल प्रबन्धन एवँ प्रौद्योगिकी संस्थान (हल्द्वानी)।
एतिहासिक रूप से यह माना जाता है की उत्तराखण्ड वह भूमि है जहाँ पर शास्त्रों और वेदों की रचना की गई थी और महाकाव्य, महाभारत लिखा गया था। ऋषिकेश को व्यापक रूप से विश्व की योग राजधानी माना जाता है।
विश्वविद्यालय
क्षेत्रीय भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जो बाद में उत्तराखण्ड राज्य के रूप में परिणित हुआ, गढ़वाल और कुमाऊँ विश्वविद्यालय 1973 में स्थापित किए गए थे। उत्तराखण्ड के सर्वाधिक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय हैं:
नाम | प्रकार | स्थिति |
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की | केन्द्रीय विश्वविद्यालय | रुड़की |
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान | केन्द्रीय विश्वविद्यालय | ऋषिकेश |
भारतीय प्रबन्धन संस्थान | केन्द्रीय विश्वविद्यालय | काशीपुर |
गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवँ प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय | राज्य विश्वविद्यालय | पंतनगर |
हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय | केन्द्रीय विश्वविद्यालय | श्रीनगर व पौड़ी |
कुमाऊँ विश्वविद्यालय | राज्य विश्वविद्यालय | नैनीताल और अल्मोड़ा |
उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय | राज्य विश्वविद्यालय | देहरादून |
दून विश्वविद्यालय | राज्य विश्वविद्यालय | राज्य विश्वविद्यालयदेहरादून |
पेट्रोलियम और ऊर्जा शिक्षा विश्वविद्यालय | निजि विश्वविद्यालय | देहरादून |
हिमगिरि नभ विश्वविद्यालय | निजि विश्वविद्यालय | देहरादून |
भारतीय चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषक संस्थान (आइसीएफ़एआइ) | निजि विश्वविद्यालय | देहरादून |
हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटल ट्रस्ट | डीम्ड विश्वविद्यालय | देहरादून |
ग्राफ़िक एरा विश्वविद्यालय | डीम्ड विश्वविद्यालय | देहरादून |
भारतीय वानिकी संस्थान | डीम्ड विश्वविद्यालय | देहरादून |
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय | डीम्ड विश्वविद्यालय | हरिद्वार |
पतञ्जलि योगपीठ विश्वविद्यालय | निजि विश्वविद्यालय | हरिद्वार |
देव संस्कृति विश्वविद्यालय | निजि विश्वविद्यालय | हरिद्वार |
उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय | राज्य विश्वविद्यालय | हल्द्वानी |