परिवहन

 उत्तराखण्ड रेल, वायु और सड़क मार्गों से अच्छे से जुड़ा हुआ है। उत्तराखण्ड में पक्की सडकों की कुल लंबाई 21,490 किलोमीटर है। लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित सड़कों की लंबाई 17,772 कि.मी. और स्थानीय निकायों द्वारा बनाई गई सड़कों की लंबाई 3,925 कि.मी. हैं।


जौली ग्रांट (देहरादून) और पंतनगर (ऊधमसिंह नगर) में हवाई पट्टियां हैं। नैनी-सैनी (पिथौरागढ़), गौचर (चमोली) और चिनयालिसौर (उत्तरकाशी) में हवाई पट्टियों को बनाने का कार्य निर्माणाधीन है। 'पवनहंस लि.' ने 'रूद्र प्रयाग' से 'केदारनाथ' तक तीर्थ यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा आरम्भ की है।

हवाई अड्डे

राज्य के कुछ हवाई क्षेत्र हैं:

जॉलीग्रांट हवाई अड्डा (देहरादून):

जॉलीग्रांट हवाई अड्डा, देहरादून हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है। यह देहरादून से 25 किमी की दूरी पर पूर्वी दिशा में हिमालय की तलहटियों में बसा हुआ है। बड़े विमानों को उतारने के लिए इसका हाल ही में विस्तार किया गया है। पहले यहाँ केवल छोटे विमान ही उतर सकते थे लेकिन अब एयरबस ए320 और बोइंग 737 भी यहाँ उतर सकते हैं।

चकराता वायुसेना तलः

चकराता वायुसेना तल चकराता में स्थित है, जो देहरादून जिले का एक छावनी कस्बा है। यह टोंस और यमुना नदियों के मध्य, समुद्र तल से 1,650 से 1,950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

पंतनगर हवाई अड्डा ( पंतनगर)

गोचर (चमोली)

अगस्त्यमुनि (हेलिपोर्ट) (रुद्रप्रयाग)

नैनी सैनी (पिथौरागढ़)

रेलवे स्टेशन

राज्य के रेलवे स्टेशन हैं:

देहरादून:

देहरादून का रेलवे स्टेशन, घण्टाघर/नगर केन्द्र से लगभग 3 किमी कि दूरी पर है। इस स्टेशन का निर्माण 1897 में किया गया था।

हरिद्वार जंक्शन

हल्द्वानी-काठगोदाम रेलवे स्टेशन

रुड़की

रामनगर

कोटद्वार रेलवे स्टेशन

ऊधमसिंह नगर

बस अड्डे

राज्य के प्रमुख बस अड्डे हैं:

देहरादून

हरिद्वार

हल्द्वानी

रुड़की

रामनगर

कोटद्वार