धृ (धरना) आत्मनेपदी – उभयपदी
लट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | धरते | धरेते | धरन्ते |
मध्यमपुरुष: | धरसे | धरेथे | धरध्वे |
उत्तमपुरुष: | धरे | धरावहे | धरामहे |
लृट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | धरिष्यते | धरिष्येते | धरिष्यन्ते |
मध्यमपुरुष: | धरिष्यसे | धरिष्येथे | धरिष्यध्वे |
उत्तमपुरुष: | धरिष्ये | धरिष्यावहे | धरिष्यामहे |
लड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | अधरत् | अधरेताम् | अधरन्त |
मध्यमपुरुष: | अधरथाः | अधरेथाम् | अधरध्वम् |
उत्तमपुरुष: | अधरे | अधरावहि | अधरामहि |
लोट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | धरताम् | धरेताम् | धरन्ताम् |
मध्यमपुरुष: | धरस्व | धरेथाम् | धरध्वम् |
उत्तमपुरुष: | धरै | धरावहै | धरामहै |
विधिलिड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | धरेत | धरेयाताम् | धरेरन् |
मध्यमपुरुष: | धरेथाः | धरेयाथाम् | धरेध्वम् |
उत्तमपुरुष: | धरेय | धरेवहि | धरेमहि |
आशीर्लिड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | धृषीष्ट | धृषीयास्ताम् | धृषीरन् |
मध्यमपुरुष: | धृषीष्ठाः | धृतीयास्थाम् | धृषीध्वम् |
उत्तमपुरुष: | धृषीय | धृषीवहि | धृषीमहि |
लिट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम्ध | |
प्रथमपुरुष: | दध्रे | दध्राते | दध्रिरे |
मध्यमपुरुष: | दध्रिषे | दध्राथे | दध्रिध्वे |
उत्तमपुरुष: | दध्रे | दध्रिवहे | दध्रिमहे |
लुट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | धर्ता | धर्तारौ | धर्तारः |
मध्यमपुरुष: | धर्तासे | धर्तासाथे | धर्ताध्वे |
उत्तमपुरुष: | धर्ताहे | धर्तास्वहे | धर्तास्महे |
लुड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | अधृत | अधृषाताम् | अधृषत् |
मध्यमपुरुष: | अधृथाः | अधृषाथाम् | अधृध्वम् |
उत्तमपुरुष: | अधृषि | अधृष्वहि | अधृष्महि |
लृड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | अधरिष्यत | अधरिष्येताम् | अधरिष्यन्त |
मध्यमपुरुष: | अधरिष्यथाः | अधरिष्वेथाम् | अधरिष्यध्वम् |
उत्तमपुरुष: | अधरिष्ये | अधरिष्यावहि | अधरिष्यामहि |
इति