श्रि (सहारा लेना) – परस्मैपदी – उभयपदी
लट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | श्रयति | श्रयतः | श्रयन्ति |
मध्यमपुरुष: | श्रयसि | श्रयथः | श्रयथ |
उत्तमपुरुष: | श्रयामि | श्रयावः | श्रयामः |
लृट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | श्रयिष्य | श्रयिष्यतः | श्रयिष्यन्ति |
मध्यमपुरुष: | श्रयिष्यसि | श्रयिष्यथः | श्रयिष्यथ |
उत्तमपुरुष: | श्रयिष्यामि | श्रयिष्यावः | श्रयिष्यामः |
लड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | अश्रयत् | अश्रयताम् | अश्रयन् |
मध्यमपुरुष: | अश्रयः | अश्रयतम् | अश्रयत |
उत्तमपुरुष: | अश्रयम् | अश्रयाव | अश्रयाम |
लोट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | श्रयतु | श्रयताम् | श्रयन्तु |
मध्यमपुरुष: | श्रय | श्रयतम् | श्रयत |
उत्तमपुरुष: | श्रयानि | श्रयाव | श्रयाम |
विधिलिड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | श्रयेत् | श्रयेताम् | श्रयेयुः |
मध्यमपुरुष: | श्रयेः | श्रयेतम् | श्रयेत |
उत्तमपुरुष: | श्रयेयम् | श्रयेव | श्रयेम |
आशीर्लिड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | श्रीयात् | श्रीयास्ताम् | श्रीयासुः |
मध्यमपुरुष: | श्रीयाः | श्रीयास्तम् | श्रीयास्त |
उत्तमपुरुष: | श्रीयासम् | श्रीयास्व | श्रीयास्म |
लिट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | शिश्राय | शिश्रियतुः | शिश्रियुः |
मध्यमपुरुष: | शिश्रियिथ | शिश्रयथुः | शिश्रिय |
उत्तमपुरुष: | शिश्राय‚शिश्रय | शिश्रियिव | शिश्रियिम |
लुट् लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | श्रयिता | श्रयितारौ | श्रयितारः |
मध्यमपुरुष: | श्रयितासि | श्रयितास्थः | श्रयितास्थ |
उत्तमपुरुष: | श्रयितास्मि | श्रयितास्वः | श्रयितास्मः |
लुड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | अशिश्रियत | अशिश्रियताम् | अशिश्रियन् |
मध्यमपुरुष: | अशिश्रियः | अशिश्रियतम् | अशिश्रियत |
उत्तमपुरुष: | अशिश्रियम् | अशिश्रियाव | अशिश्रियाम |
लृड्. लकार:
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | |
प्रथमपुरुष: | अश्रयिष्यत् | अश्रयिष्यताम् | अश्रयिष्यन् |
मध्यमपुरुष: | अश्रयिष्यः | अश्रयिष्यतम् | अश्रयिष्यत |
उत्तमपुरुष: | अश्रयिष्यम् | अश्रयिष्याव | अश्रयिष्याम |
इति